गंतव्य पर निर्भर
100% सुरक्षा भुगतान
शिपिंग के बाद कोई गारंटी नहीं
हर 24/7 सहायता
हस्तरेखा विशेषज्ञ
आपके हाथ , नाम एवं राशि के द्वारा आपका भूत भविष्य एवं वर्तमान को जानकर आपके लिए आपके जीवन क्या करना उचित होगा और क्या नहीं एवं आपको कोनसा रत्न धारण करना चाहिए, कोनसा रूद्राक्ष धारण करना चाहिए एवं कोनसा यंत्र एवं मंत्र का अपने जीवन में अपनाना सर्वश्रेष्ठ होगा इसकी सटीक एवं विश्वशनीय जानकारी पिछले 5 वर्षो से लगातार आपके साथ साझा कर रहा हूं।
आपके कैसे कपड़े , जूते , घड़ी ,पर्स घर में रखी गई वस्तु पेड़ पौधे आपके जीवन कैसे असर करते हैं और उनको आपको कैसे उपयोग करना जानिए आपने हाथ एवं नाम राशि के अनुसार।
इसी के साथ आपके जीवन में आरही समस्या को लेकर आपको कोनसा यज्ञ एवं अनुष्ठान कब करना चाहिए लक्ष्मी प्राप्ति , विजय प्राप्ति , दोषों का निवारण , आकस्मिक धन लाभ , प्रसिद्धि प्राप्ति , राजनेतिक विजय हेतु , शत्रु विनाश हेतु , नवचंडी , शतचंडी , लघु रुद्र , महा रुद्र , कालसर्प , मंगल दोष, पित्र दोष , राहु केतु शांति , शनि शांति , वास्तु शांति आदि कर्म ( तंत्र क्रिया , वेद क्रिया एवं मंत्र क्रिया पदत्ती से कैसे करें। )
+91 9691396151t +91 8889789800एकमुखी रुद्राक्ष का आकार ओंकार होता हैं, इसमें साक्षात भगवान शिव का वास होता हैं। एकमुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाला व्यक्ति स्वयं को भगवान शिव से जुड़ा हुआ पाता है। मान्यता हैं कि एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव की शक्तियां प्राप्त होती हैं।
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जो कोई विधिवत पंचमुख रुद्राक्ष धारण करता है, उसे मानसिक शांति मिलती है. अनावश्यक मन विचलित और परेशान नहीं रहता है. - इस रुद्राक्ष को धारण करने से आध्यात्मिक शक्ति अर्जित करने में मदद मिलती है. - - इस रुद्राक्ष को धारण करने से
चौदह मुखी रुद्राक्ष को देव मणि भी कहा जाता है। इस शक्तिशाली रुद्राक्ष पर हनुमान जी की कृपा बरसती है। इसे धारण करने से व्यक्ति को हनुमान जी की तरह शक्ति और साहस की प्राप्ति होती है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति को निडर और खतरों का सामना करने की शक्ति प्रदान करता है।
इस रुद्राक्ष को पहनने से कामदेव जैसा आकर्षण और सौंदर्य प्राप्त होता है। 13 मुखी रुद्राक्ष कुंडलिनी को जागरूक करता है। ध्यान में रूचि रखने वाले व्यक्ति को 13 मुखी रुद्राक्ष से सिद्धियों की प्राप्ति होती है। यौन रोगों, कामेच्छा में कमी, शुक्राणुओं की कमी और नपुंसकता आदि को इस रुद्राक्ष से
जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में होता है, तो उसे नीलम रत्न (Blue Sapphire Effects) धारण करने के लिए कहा जाता है. यह एकमात्र ऐसा रत्न है, जिसका प्रभाव महज 24 घंटे के भीतर आप महसूस करने लगते हैं.
वहीं हम यहां बात करने जा रहे हैं पन्ना रत्न के बारे में, जिसका संबंध बुध ग्रह से माना जाता है। वहीं पन्ना रत्न हरे रंग का होता है। साथ ही पन्ना रत्न पहनने से व्यापार और करियर में तरक्की मिलने की मान्यता है। साथ ही पन्ना धारण करने से व्यक्ति का कम्यूनिकेशन मजबूत होता है।
शत्रुओं को पराजित करने में गोमेद रत्न को चमत्कारिक माना जाता है। साथ ही राहु केतु की महादशा के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए गोमद रत्न धारण किया जाता है। इस रत्न के पहनने से जीवन की कई समस्याओं से मुक्ति मिलती है और सभी अड़चनों से मुक्ति मिलती है।
माणिक्य रत्न का संबंध सूर्य देव से माना गया है। इसे धारण करने से व्यक्ति का सूर्य ग्रह मजबूत होता है। साथ ही माणिक्य रत्न की अंगूठी पहनने से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है। कम-से-कम 2-3 कैरेट का माणिक्य रत्न पहनना चाहिए, तभी इसका पूर्ण लाभ मिलता है।